निर्णय लेने के लिए प्रासंगिक लागत वह होती है जिसे हम लागत का भुगतान करने के लिए पहली वरीयता देते हैं । यह लागत लेखांकन की अद्भुत उपकरण में से एक है। इस का मतलब है कि हम सबसे ज्यादा लाभ प्राप्त करने के लिए केवल न्यूनतम कीमत चुकानी चाहिए । इसका मतलब यह भी है हमे सब अप्रासंगिक या गैर प्रासंगिक लागत छोड़ देनी चाहिए ।
उदाहरण के लिए, यदि आप अपने रुपये से रिक्त रजिस्टर खरीद रहे हैं। मान लीजिये आप अ व्यापारी से २० वाली सेल वाला रजिस्टर १४ रुपये का खरीदते हो । बाद में आप को पता लगता है कि ऐसी तरह का तो सी व्यापारी १२ रूपये लगत पर दे रहा है । तो आप को १२ रूपये वाला रजिस्टर ही खरीदना चाहिए । मुझे लगता है कि आप इस को समझ गए होंगे ।
उदाहरण के लिए, यदि आप अपने रुपये से रिक्त रजिस्टर खरीद रहे हैं। मान लीजिये आप अ व्यापारी से २० वाली सेल वाला रजिस्टर १४ रुपये का खरीदते हो । बाद में आप को पता लगता है कि ऐसी तरह का तो सी व्यापारी १२ रूपये लगत पर दे रहा है । तो आप को १२ रूपये वाला रजिस्टर ही खरीदना चाहिए । मुझे लगता है कि आप इस को समझ गए होंगे ।